प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में
छात्र हाइड्रोमेटियोरोलॉजिकल विषयों का अध्ययन करते हैं और वायुमंडल, महासागर और हाइड्रोस्फियर में विभिन्न प्रक्रियाओं, उनके अध्ययन की विधियों और मौसम की भविष्यवाणी के मुद्दों का अध्ययन करते हैं। इसके अलावा, उन्हें संबंधित विज्ञानों - भूभौतिकी, हाइड्रोलॉजी और कृषि मौसम विज्ञान - के मूल सिद्धांतों से परिचित कराया जाता है। इस विशेषता के छात्र भूमि के पानी, विश्व महासागर और वायुमंडल का व्यापक अध्ययन करते हैं। वे अक्सर अभियानों या यात्राओं पर निकलते हैं। कार्यस्थल अधिकांशतः जलवायु स्टेशन, अनुसंधान संस्थान तथा प्रयोगशाला










